स्‍वामी रामकृष्‍ण परमहंस का कहना था कि ईश्वर को प्राप्त करना मोक्ष से नहीं, बल्कि कर्म से संभव है 

उनके अनुसार, 'मनुष्य के प्रति दयालु होना ईश्वर के प्रति दयालु होना है, क्योंकि ईश्वर प्रत्येक मनुष्य में निवास करता है.' 

उन्‍होंने कई शिक्षाएं दीं जो आज भी युवाओं के लिए बेहद प्रेरणादायक हैं 

ज्ञान ऐकता की ओर ले जाता है जबकि अज्ञान बिखराव लाता है 

ये मन ही है जो मनुष्‍य को बुद्धिमान या अज्ञानी, गुलाम या आज़ाद बनाता है 

बारिश का पानी ऊंचाई पर नहीं ठहरता और ढलान पर बहकर नीचे जाता है. ऐसे ही ज्ञान भी घमंड में ऊंचे उठे सिर में नहीं ठहरता 

गहरे समुद्र में मोती हैं, लेकिन उन्हें प्राप्त करने के लिए आपको सभी जोखिम उठाने होंगे 

यदि आप एक ही गोता लगाकर उन तक पहुंचने में विफल रहते हैं 

तो यह निष्कर्ष न निकालें कि समुद्र में मोती नहीं हैं 

बार-बार गोता लगाएं और अंत में आपका सफलता पाना निश्चित है