चाणक्य नीति : आचार्य चाणक्य की बताई हुयी बातों को अपनाकर मनुष्य अपनी जिंदगी में अपनी हार को जीत में आसानी से बदल सकता है
चाणक्य नीति : आचार्य की बातें सदैव ज्ञान से परिपूर्ण होतीं हैं, उनकी बातों का पालन करने वाले व्यक्ति को कभी भी हार का सामना नहीं करना पड़ता है
चाणक्य नीति : आचार्य चाणक्य कहते हैं कि कई ऐसे पक्षी हैं जो हमें जीवन को आसान बनाने के गुण सिखा सकते हैं जिन्हे अपनाकर व्यक्ति अपने जीवन को सफल बना सकता है
आचार्य कहते हैं कि हर व्यक्ति को अपनी इन्द्रियों को काबू करना चाहिए जैसे एक बगुला अपनी इन्द्रियों को नियंत्रित करना जानता है वो तालाब के किनारे चुपचाप, बैठकर शिकार पर ध्यान लगाता है
चाणक्य नीति : आचार्य चाणक्य कहते हैं कि बगुला की तरह ही व्यक्ति को भी जीवन में शांत रहकर अपने लक्ष्य पर सारा ध्यान लगाना चाहिए ताकि सफलता उसे खुद ही मिल जाये
आचार्य बताते हैं कि जो व्यक्ति अपने गुस्से और दिमाग पर काबू नहीं कर पाता है वह सदैव परेशान रहता है, अपने दिमाग को हमेशा शांत रखना चाहिए, यह आदत बगुले से सीखनी चाहिए
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि कोयल अपनी सुरीली मीठी आवाज के लिए जानी जाती है, कोयल जैसी मधुर आवाज को अपनाकर व्यक्ति लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर सकता है
आचार्य चाणक्य का कहना है कि व्यक्ति मुर्गे से भी कई अच्छी बातें सीख सकता है जैसे मुर्गा सूर्योदय से पहले उठता है उसी तरह व्यक्ति को भी सूर्योदय से पहले उठना चाहिए
चाणक्य नीति : आचार्य चाणक्य बताते हैं कि जैसे मुर्गा अपना आलस छोड़कर जल्दी उठता है उसी तरह व्यक्ति को भी यह आदत अपनानी चाहिए
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि कौवा बेहद चालक पक्षी माना जाता है, जिस तरह से कौवा हर समय सतर्क और सावधान रहता है उसी तरह व्यक्ति को सतर्क और सावधान रहना चाहिए
आचार्य चाणक्य बताते हैं कि कौवे की तरह सतर्क और सावधान रहकर व्यक्ति आने वाली परेशानियों और होने वाले नुकसान के लिए पहले से तैयार रहना चाहिए