भगवान् के विषय का यथार्थ ज्ञान ही तप है , भगवान् कहते हैं कि इस प्रकार मुझे जानकर बहुत लोग भजन करके तर गए
भगवान् का यह कानून है कि जो मुझे भजता है उसे मैं भजता हूँ , जिसे मैं भजूँ उसके उद्धार में क्या शंका है ? मेरी तो सामर्थ्य है मैं जिसे चाहूँ वह मेरे पास आ सकता है
अपना मित्र कहता है कि इसमें इतना लाभ है, मेरे पर विश्वास करके काम कर लो तो क्या बिलम्ब है, यदि लाभ नहीं भी दिखे चाहे जीवन नष्ट हो जाये उसकी कुछ भी परवाह न करें